केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड जरूरी सूचना :
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम लागू किए हैं इन नियमों को सुनकर बहुत से छात्र तनाव ग्रस्त हो रहे हैं और बहुत से छात्र खुशी बना रहे हैं आखिर क्या है ऐसा इन नियमों में हम जानने की कोशिश करेंगे इस छोटे से आर्टिकल में हम यही जानने की कोशिश करेंगे की सीबीएसई ने आखिर ऐसे कौन से दो नियमों को जारी किया है ।
यह बदलाव छात्रों कीपढ़ाई को आसान बनाने के लिए सीबीएसई नेजारी किए हैंऔर उनके तनाव को कम करने के लिएसीबीएसई ने यह हैमहत्वपूर्ण कदमउठाया हैचलिएइस नियम को हमविस्तार से जानने की कोशिश करते हैं
सीबीएसई द्वारा सिलेबस मे की गयी कटौती (Reduction in syllabus)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने10वीं और 12वीं के सभी छात्रों के लिए सबसे बड़ा और अहम फैसला लिया है सीबीएसई में कक्षा 12वी और 10वीं की सिलेबस में 15% की कटौती की है जिसकी मुख्य वजह है यह है कि आप छात्रों को 15 परसेंट कम पढ़ना होगा यह कदम छात्रों के तनाव को कम करने एवं उनके महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान देने में उनकी सबसे ज्यादा मदद करेगा इस कटौती से छात्रों को बहुत सारे फायदे होंगे ।
आंतरिक मूल्यांकन का महत्व (Importance of Internal Assessment)
सीबीएसई ने10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन के महत्व को भी बढ़ा दिया गया है अब सीबीएसई ने आंतरिक मूल्यांकन का 40% हिस्सा अंतिम अंकों में जोड़ा जाएगा यह बदलाव छात्रों को पूरे साल पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करेगा आंतरिक मूल्यांकन में शामिल हो सकता है । आंतरिक मूल्यांकन में शामिल होने वाले टॉपिक कुछ इस प्रकार से हैं ।
- क्लास टेस्ट नंबर
- प्रोजेक्ट वर्क
- असाइनमेंट और
- प्रैक्टिकल एक्जाम
इन बदलाव से छात्रों को काफी सारे फायदे होने वाले हैं इससे यह होगा कि पूरे साल छात्र पढ़ाई पर ध्यान देंगे सिर्फ फाइनल एग्जाम पर निर्भर नहीं रहेंगे छात्रों की प्रैक्टिकल नॉलेज भी काफी बढ़ जाएगी छात्रों में रचनात्मक सोच का भी विकास होगा ।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा की तिथियां और समय सारणी सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर आ चुकी है सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होगी 10वीं की परीक्षाएं 18 मार्च2025 तक चलेंगे जबकि 12वीं की परीक्षाएं 4 अप्रैल 2025 तक चलेंगे ।
परीक्षा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रकार हैं परीक्षा का समय सुबह 10:30 बजे से होगा ।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा की तिथियां घोषित करते समय इन बातों का बखूबी ध्यान रखा है कि विद्यार्थी को पेपर खत्म करने के बाद दूसरे पेपर के लिए पर्याप्त समय मिल जा रहा है जिसमें वह अपनी तैयारियां काफी अच्छे से कर सकता है । देश भर में करीब 8000 स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे ।
सीबीएसई ने न्यूनतम उपस्थिति की अनिवार्यता :
सीबीएसई ने न्यूनतम उपस्थिति की अनिवार्यता को शुरू किया हुआ है जिसमें विद्यार्थी की 80%उपस्थिति अनिवार्य है । सीबीएसई ने स्कूलों को यह भी याद दिलाया है कि यदि किसी भी छात्र की उपस्थिति 80% से कम हैतो वह विद्यार्थी सीबीएसई की परीक्षा में बैठने से असमर्थ हो जाएगा । उसे सीबीएसई द्वारा परीक्षा में बैठने कीअनुमति नहीं दी जाएगीइसके पीछे मुख्य वजह यह भी रही है कि बच्चों की नियमित पढ़ाई सुनिश्चित हो सके ।
- छात्र स्कूल की गतिविधियों में भाग ले
- छात्रों का सर्वांगीण विकास हो
- छात्रों के अंदर कौशल का विकास हो
- एवं छात्र अनुशासन सीखें
हालांकि सीबीएसई ने कुछ विशेष परिस्थितियों में जो बच्चे शारीरिक रूप से विकलांग होते हैं फिजिकली डिसेबल्ड होते हैं उनके लिए 25% की छूट का भी प्रावधान रखा है ।
जिसमें मेडिकल इमरजेंसी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेना या अन्य कोई गंभीर कारण हो सकता है ,जिसमें विद्यार्थियों को विधिवत सबूत स्कूल में जमा करना एवं सीबीएसई को अवगत कराना अनिवार्य है ।
Disclaimer :
प्रिय पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना :
यह लेख केवल जानकारी के माध्यम से लिखा गया है हालांकि इस लेख में दी गई समस्त जानकारी विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है फिर भी उत्तराखंड times.in सभी पाठको छात्रों एवं अभिभावकों को सलाह देता है कि वह सीबीएसई कीआधिकारिक वेबसाइट या अपने स्कूल से संपर्क करके जानकारी की पुष्टि कर लेंगे परीक्षा के नियमों और तिथियां में बदलाव हो सकता है इसे हमेशा अपडेट रहे ।
जय हिंद जय भारत ।